What do I want - "Main" or "May"
I took a little time thinking on what do I want and what do I need. While doing so, I thought whether am I looking for "Main" (myself in hindi) or "May" (pride in hindi). Though a very glib pun on the sounds, yet a very profound meaning that changes the character of a person.
Below is my attempt in penning my thoughts.
कुछ ढूँढ रहा था मैं ,
कुछ पाना चाहता था मैं,
श्रम से बीज बोता मैं,
सोचता था फल खाऊँगा मैं।
कभी मन को समझाता मैं ,
कभी खूब मचल जाता मैं ,
दूर भी जाना चाहता था मैं ,
और अमर भी होना चाहता था मैं।
मन को शांत करता मैं ,
सब कुछ शांत करना चाहता था मैं ,
चाँद को चूना चाहता था मैं,
सूर्य से भी ज्यादा तेज चाहता था मैं।
थोडा कुछ तो पाया भी मैं,
और साथ ले आया मय।
जिस मय से डरता था मैं,
उसी मय मय हो गया मैं।
सभी कुछ तो जीत चूका था मैं।
फिर भी सबसे दूर हो चूका था मैं।
क्यों सब कुछ प् सका हूँ मैं?
क्यों अकेले रहने को अभिशप्त हूँ मैं?
एक उत्तर ही तो चाहता हूँ मैं।
वही एक सत्य तो ढूँढ रहा हूँ मैं।
प्रेम ही तो चाहता हूँ मैं,
इस मय को ख़त्म करना चाहता हूँ मैं।
Below is my attempt in penning my thoughts.
कुछ ढूँढ रहा था मैं ,
कुछ पाना चाहता था मैं,
श्रम से बीज बोता मैं,
सोचता था फल खाऊँगा मैं।
कभी मन को समझाता मैं ,
कभी खूब मचल जाता मैं ,
दूर भी जाना चाहता था मैं ,
और अमर भी होना चाहता था मैं।
मन को शांत करता मैं ,
सब कुछ शांत करना चाहता था मैं ,
चाँद को चूना चाहता था मैं,
सूर्य से भी ज्यादा तेज चाहता था मैं।
थोडा कुछ तो पाया भी मैं,
और साथ ले आया मय।
जिस मय से डरता था मैं,
उसी मय मय हो गया मैं।
सभी कुछ तो जीत चूका था मैं।
फिर भी सबसे दूर हो चूका था मैं।
क्यों सब कुछ प् सका हूँ मैं?
क्यों अकेले रहने को अभिशप्त हूँ मैं?
एक उत्तर ही तो चाहता हूँ मैं।
वही एक सत्य तो ढूँढ रहा हूँ मैं।
प्रेम ही तो चाहता हूँ मैं,
इस मय को ख़त्म करना चाहता हूँ मैं।
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