चिता
चिता यह कैसी आग है ? सभी तरफ फैली हुयी, ऊँची लाल तपती लपटें , सब कुछ जलाती हुयी ? बढ़ती उफनती यह ज्वाला , मेरी तरफ ही आ रही है। और वो मोहल्ले के बाबा, देखो तो कहाँ जा रहे हैं ? और यह पड़ोस की नानी ? सुनती थी रोज कहानी, आज किधर जाती हो ? मुझे दूर कहाँ जाती हो ? देखो तो बालसखा मेरे , ...